6 मार्च, 2013 को विजया बैंक द्वारा बैंकों की ग्राहक सेवा पर एक विशेष सेमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर बोलते हुए कोलकाता दूरदर्शन के वरिष्ठ संवाददाता स्नेहाशीष सूर ने ग्राहक सेवा से संबंधित कई मुद्दों की तरफ ध्यानाकर्षित किया तथा कुछ सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि व्यवहार कुशलता ही बैंकों की पहचान होनी चाहिए इसके दम पर बैंक बुलंदियों को छू सकते हैं। दैनिक छपते-छपते के प्रधान संपादक तथा ताज़ा टी. वी. के प्रधान निदेशक विश्वंभर नेवर ने कहा कि आम आदमी बैंक की मदद करता है लेकिन बदले में उसे कोई फ़ायदा नहीं पहुंचता। इसी कारण आज भी गाँवों और कस्बों के लोग बैंकों की बजाय साहूकारों से ऋण लेने में विश्वास करते हैं। विजया बैंक के उप महाप्रबंधक विजय कुमार बसेठा ने कहा कि विजया बैंक की निष्ठा उसकी व्यवहार कुशलता है और ग्राहक की संतुष्टि उनकी प्राथमिकता। इलाहाबाद बैंक के राजभाषा सहायक महाप्रबंधक प्रवीण कुमार ने सभी बैंकों की ओर से बोलते हुए कहा कि हमें ग्राहक का विश्वास जीतना होगा ताकि गराब आदमी बैंक की सीढ़ियां चढ़ने में न हिचकिचाए और बैंक को अपना समझे तथा शोषण के जाल से बच सके। इस मौके पर आकाशवाणी की एफ. एम. आर. जे. नीलम शर्मा ने भी बैंक की ग्राहक सेवा से संबंधित अपने अनुभव सांझा किए। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ राजभाषा प्रबंधक साइब पात्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मौके पर विजया बैंक से सहायक उप महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह तथा अन्य सभी बैंकों के ग्राहक सेवा अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजया बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक(राजभाषा) दिनेश कुमार मित्तल ने किया।
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मंचस्थ शख्सीयतें। |
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कोलकाता दूरदर्शन के वरिष्ठ संवाददाता स्नेहाशीष सूर। |
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छपते-छपते व ताज़ा टी. वी. के प्रधान निदेशक
विश्वंभर नेवर |
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आकाशवाणी की एफ. एम. आर. जे. नीलम शर्मा |
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इलाहाबाद बैंक के राजभाषा सहायक महाप्रबंधक प्रवीण कुमार |
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संचालन - दिनेश कुमार मित्तल |
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धन्यवाद ज्ञापन - साइब पात्र, वरिष्ठ राजभाषा प्रबंधक यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
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